ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, धनुष यज्ञ, सिया स्वयंवर, धनुष भंग, विवाह जैसी लीलाओं को इन्हीं आंखों से देखती है. आंखें जो धनुष भंग देखकर हर्षित हो जाती हैं तो यही आंखें सीता की विदाई का गीत सुनकर जनक जी के साथ रो पड़ती हैं. दृष्य न बदलता तो विचार और भाव न जाने कब तक मिथिला में ही रुके रह जाते.
नादिर शाह ने सदियों से जमा मुग़ल खजाने में झाड़ू फेर दी है और शहर के तमाम अमीर और प्रभावशाली लोगों की जेबें उलटा ली हैं.
योगगुरु स्वामी रामदेव ने लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं दी. साथ ही बीते दिनों खाने में थूकने और पेशाब की घटनाओं पर प्रतिक्रिया दी है.
कई राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री रह चुके हैं नाटिका में अतिथि
इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आप सभी के प्यार और सहयोग से नियमानुसार सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए मैंने नामांकन दाखिल कर दिया है, मेरा इस देश के लोकतंत्र पर अभी भी पूरा भरोसा है.
देखते ही देखते उर्दू शायरी की पनीरी तैयार हो website गई, जिन में शाकिर नाजी, नज़मउद्दीन अबूर, शदफ़उद्दीन मज़मून और शाह हातिम वगैरा के नाम अहम हैं.
इमेज कैप्शन, मोहम्मद शाह के दौर में संगीत को भी ख़ूब बढ़ावा मिला
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उस शैली की विशेषताओं में हल्के रंगों का इस्तेमाल अहम हैं.
मौसम मुंबई का मौसमजयपुर का मौसमनई दिल्ली का मौसमलखनऊ का मौसमनोएडा का मौसम
हज़ारों औरतों का बलात्कार किया गया, सैकड़ों ने कुओं में कूद कूद कर के अपनी जान दे दी.
ज़ाहिर है कि बाबर, अकबर या औरंगज़ेब के मुक़ाबले मोहम्मद शाह कोई फौजी जरनल नहीं था और नादिर शाह के ख़िलाफ़ करनाल के अलावा उसने किसी जंग में सेना का नेतृत्व नहीं किया था. न ही उनमें जहांबानी व जहांग़ीर की वो ताक़त और ऊर्जा मौजूद थी जो पहले मुग़लों का ख़ासा थी.
इमेज कैप्शन, शराब और अफ़ीम की लत ने मोहम्मद शाह को अपनी सल्तनत ही की तरह खोखला कर दिया था.
मर चुके बेटे का स्पर्म हासिल करने के लिए चार साल तक चली क़ानूनी लड़ाई का मामला